PM Vishwakarma Yojana 2025
PM Vishwakarma Yojana 2025: भारत सरकार ने परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से PM Vishwakarma Yojana 2025 की शुरुआत की है। यह योजना देशभर के कारीगरों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और आधुनिक औजार उपलब्ध कराकर उन्हें नया आयाम देने का कार्य कर रही है। आइए जानें इस योजना से जुड़ी सारी महत्वपूर्ण जानकारी।
PM Vishwakarma Yojana 2025 का उद्देश्य
इस Vishwakarma Yojana Tool Kit का मुख्य उद्देश्य परंपरागत कारीगरों जैसे कि बढ़ई, लोहार, सुनार, दर्ज़ी, राजमिस्त्री, कुम्हार आदि को:
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आधुनिक औजार और मशीनें उपलब्ध कराना
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तकनीकी प्रशिक्षण देना
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व्यवसाय के लिए आसान ऋण सुविधा उपलब्ध कराना
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डिजिटलीकरण और ब्रांडिंग में मदद करना
किन व्यवसायों को मिलेगा लाभ?
पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत 13 पारंपरिक व्यवसायों को प्राथमिकता दी जा रही है, जैसे:
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बढ़ई (Carpenter)
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लोहार (Blacksmith)
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सुनार (Goldsmith)
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कुम्हार (Potter)
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राजमिस्त्री (Mason)
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दर्जी (Tailor)
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जूता बनाने वाले (Cobbler)
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हथकरघा बुनकर (Weaver)
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नाई (Barber)
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धोबी (Washerman)
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मछुआरे (Fisherman)
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टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले
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मूर्तिकार
क्या हैं योजना के लाभ?
लाभ | विवरण |
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निःशुल्क पंजीकरण | CSC केंद्रों या ऑनलाइन पोर्टल पर मुफ्त रजिस्ट्रेशन |
कौशल प्रशिक्षण | 5 से 15 दिन का आधुनिक तकनीकों पर प्रशिक्षण |
टूलकिट सहायता | ₹15,000 तक की औजार किट |
डिजिटल पेमेंट प्रोत्साहन | ₹1 प्रति लेन-देन के हिसाब से प्रोत्साहन |
ऋण सुविधा | दो चरणों में ₹3 लाख तक का लोन – पहले ₹1 लाख और फिर ₹2 लाख |
आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
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https://pmvishwakarma.gov.in पर जाएं
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“Apply Online” पर क्लिक करें
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आधार और मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन करें
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व्यवसाय से जुड़े दस्तावेज़ अपलोड करें
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प्रशिक्षण केंद्र और टूलकिट वितरण के लिए आवेदन करें
आवश्यक दस्तावेज़
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आधार कार्ड
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बैंक पासबुक
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मोबाइल नंबर
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जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
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व्यवसाय का प्रमाण (स्थानीय निकाय से)

PM Vishwakarma Yojana 2025 परंपरागत कारीगरों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है। यदि आप या आपके परिवार में कोई भी पारंपरिक हस्तशिल्प से जुड़ा है, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अहम कदम है।
विश्वकर्मा योजना में कितने रुपये का लोन मिलेगा और ब्याज दर क्या होगी?
विश्वकर्मा योजना के पात्र सभी कारीगरों और शिल्पकारों को 3 लाख रुपये तक का लोन दो किस्तों में 5 प्रतिशत सालाना की रियायती ब्याज दर पर दिया जाएगा।
State Wise Progress of PM Vishwakarma Yojana – As on 12th May 2025
State | Total Registrations |
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Karnataka | 566,617 |
Maharashtra | 273,761 |
Madhya Pradesh | 270,567 |
Rajasthan | 247,202 |
Andhra Pradesh | 220,340 |
Gujarat | 210,350 |
Uttar Pradesh | 170,764 |
Bihar | 158,053 |
Jammu And Kashmir | 153,446 |
Assam | 117,381 |
Chhattisgarh | 113,930 |
Odisha | 104,475 |
Telangana | 84,006 |
Jharkhand | 42,857 |
Haryana | 40,826 |
Kerala | 22,078 |
Tripura | 20,197 |
Uttarakhand | 20,066 |
Himachal Pradesh | 19,525 |
Goa | 18,566 |
Manipur | 17,219 |
Punjab | 12,639 |
Arunachal Pradesh | 5,345 |
Nagaland | 4,110 |
Ladakh | 4,027 |
Meghalaya | 3,967 |
Mizoram | 3,186 |
Sikkim | 2,542 |
Delhi | 2,401 |
Andaman And Nicobar Islands | 1,022 |
The Dadra And Nagar Haveli And Daman And Diu | 901 |
Puducherry | 761 |
Lakshadweep | 673 |
Chandigarh | 431 |
Tamil Nadu | 1 |
West Bengal | 1 |
FAQ: PM Vishwakarma Yojana 2025
प्रश्न 1: PM Vishwakarma Yojana क्या है?
उत्तर: PM Vishwakarma Yojana भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जो पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करती है।
प्रश्न 2: PM Vishwakarma Yojana के तहत कौन से व्यवसाय शामिल हैं?
उत्तर: इस योजना के तहत विभिन्न प्रकार के व्यवसाय शामिल हैं, जैसे कि बढ़ई, लोहार, कुम्हार, मूर्तिकार, आदि।
प्रश्न 3: योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
उत्तर: आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए, योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। ऑफलाइन आवेदन के लिए, अपने नजदीकी सरकारी कार्यालय या बैंक में जाएं।
प्रश्न 4: योजना के तहत कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है?
उत्तर: योजना के तहत, कारीगरों और शिल्पकारों को अपना व्यवसाय शुरू करने या बढ़ाने के लिए कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान किया जाता है। ऋण की राशि व्यवसाय के प्रकार और आवेदक की आवश्यकताओं पर निर्भर करती है।
प्रश्न 5: योजना के तहत प्रशिक्षण कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: योजना के तहत, कारीगरों और शिल्पकारों को आधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग करने के लिए मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम विभिन्न सरकारी संस्थानों और संगठनों द्वारा आयोजित किए जाते हैं।